सामान्य किसान की बेटी ने यूपीएससी में किया टॉप, 23वि रैंक हासिल करके किया सबको अचंभित

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दोस्तों हर साल यूपीएससी की परीक्षा में बैठने के लिए लाखों प्रतिभागी अपनी कमर कसते हैं। लेकिन इसमें से कुछ ही प्रतिभागी अपनी सफलता को हासिल कर पाते हैं। कई विद्यार्थी ऐसे होते हैं जो बहुत ही विपरीत परिस्थितियों में से आते हैं और कई विद्यार्थी ऐसे होते हैं जो सारी सुख सुविधाओं से संपन्न होने के बावजूद भी यूपीएससी की परीक्षा में सफल नहीं हो पाते।

लेकिन कुछ विद्यार्थी ऐसे भी होते हैं जो अपनी मेहनत और लगन पर पूरा विश्वास रखते हुए खुद को साबित करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा देते हैं। ऐसी एक विद्यार्थीनी तपस्या परिहार के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं जो एक सामान्य किसान की बेटी है लेकिन उन्होंने यूपीएससी में टॉप करके सभी को हैरान कर दिया।

दोस्तों मध्य प्रदेश के जोवा जिले के नरसिंहपुर की रहने वाली तपस्या परिहार बहुत ही सामान्य परिवार से आती है। तपस्या के पिता खेती किसानी का काम करते हैं और तपस्या की मां एक गृहिणी हैं। तपस्या जिस गांव से आती है उस गांव में बेटियों के लिए ज्यादा अवसर नहीं दिए जाते।

बताया जाता है कि उस गांव की जनसंख्या केवल 800 है और वहां पर बेटियों को ज्यादा पढ़ाने लिखाने पर जोर नहीं दिया जाता। बहुत कम उम्र में ही उस गांव में बेटियों की शादियां करवा दी जाती है। लेकिन ऐसी परिस्थिति में भी तपस्या के माता-पिता ने उन्हें पढ़ने लिखने के लिए प्रोत्साहन दीया।

माता-पिता से मिले प्रोत्साहन के बाद तपस्या ने भी खुद को पूरी तरह से अपनी पढ़ाई के लिए समर्पित कर दिया। बता दे की तपस्या पहले से ही पढ़ने में काफी होशियार थी। वे पहली कक्षा से ही स्कूल में काफी अच्छे नंबर लेकर आती थी। केवल इतना ही नहीं बल्कि वे दसवीं कक्षा में टॉपर भी रही थी।

12वीं कक्षा में भी उन्होंने अपने स्कूल में टॉप किया था। 12वीं की पढ़ाई पूरी होने के बाद उन्होंने पुणे के लॉ कॉलेज का रुख किया और वहां से अपना ग्रेजुएशन ba.llb में पूरा किया। ग्रेजुएशन पूरा करते ही तपस्या ने यूपीएससी की तैयारी करने के बारे में सोचा और वे यूपीएससी की पढ़ाई करने के लिए दिल्ली चली गई। दिल्ली में उन्होंने एक कोचिंग क्लास ज्वाइन किया और पूरी तरह से यूपीएससी की तैयारी करने में जुट गई।

कोचिंग क्लास लगाने के बावजूद भी अपने पहले प्रयास में तपस्या परिहार प्रारंभिक परीक्षा भी पास नहीं कर पाई जिसके बाद उन्होंने कोचिंग क्लास छोड़ने का फैसला किया और सेल्फ स्टडी करने का निर्णय किया। उन्होंने टॉपर्स की सलाह को ध्यान से सुना और उस हिसाब से अपनी पढ़ाई की रणनीति बनाई।

जिसका परिणाम यह हुआ कि अपने दूसरे प्रयास में तपस्या को 23 वी रैंक हासिल हुई। अपनी सफलता से तपस्या काफी खुश है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी तपस्या को उनकी इस सफलता के लिए शुभकामनाएं दी।सामान्य किसान की बेटी ने यूपीएससी में किया टॉप, 23वि रैंक हासिल करके किया सबको हैरान

दोस्तों हर साल यूपीएससी की परीक्षा में बैठने के लिए लाखों प्रतिभागी अपनी कमर कसते हैं। लेकिन इसमें से कुछ ही प्रतिभागी अपनी सफलता को हासिल कर पाते हैं। कई विद्यार्थी ऐसे होते हैं जो बहुत ही विपरीत परिस्थितियों में से आते हैं और कई विद्यार्थी ऐसे होते हैं जो सारी सुख सुविधाओं से संपन्न होने के बावजूद भी यूपीएससी की परीक्षा में सफल नहीं हो पाते।

लेकिन कुछ विद्यार्थी ऐसे भी होते हैं जो अपनी मेहनत और लगन पर पूरा विश्वास रखते हुए खुद को साबित करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा देते हैं। ऐसी एक विद्यार्थीनी तपस्या परिहार के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं जो एक सामान्य किसान की बेटी है लेकिन उन्होंने यूपीएससी में टॉप करके सभी को हैरान कर दिया।

दोस्तों मध्य प्रदेश के जोवा जिले के नरसिंहपुर की रहने वाली तपस्या परिहार बहुत ही सामान्य परिवार से आती है। तपस्या के पिता खेती किसानी का काम करते हैं और तपस्या की मां एक गृहिणी हैं। तपस्या जिस गांव से आती है उस गांव में बेटियों के लिए ज्यादा अवसर नहीं दिए जाते।

बताया जाता है कि उस गांव की जनसंख्या केवल 800 है और वहां पर बेटियों को ज्यादा पढ़ाने लिखाने पर जोर नहीं दिया जाता। बहुत कम उम्र में ही उस गांव में बेटियों की शादियां करवा दी जाती है। लेकिन ऐसी परिस्थिति में भी तपस्या के माता-पिता ने उन्हें पढ़ने लिखने के लिए प्रोत्साहन दीया। माता-पिता से मिले प्रोत्साहन के बाद तपस्या ने भी खुद को पूरी तरह से अपनी पढ़ाई के लिए समर्पित कर दिया।

बता दे की तपस्या पहले से ही पढ़ने में काफी होशियार थी। वे पहली कक्षा से ही स्कूल में काफी अच्छे नंबर लेकर आती थी। केवल इतना ही नहीं बल्कि वे दसवीं कक्षा में टॉपर भी रही थी। 12वीं कक्षा में भी उन्होंने अपने स्कूल में टॉप किया था।

12वीं की पढ़ाई पूरी होने के बाद उन्होंने पुणे के लॉ कॉलेज का रुख किया और वहां से अपना ग्रेजुएशन ba.llb में पूरा किया। ग्रेजुएशन पूरा करते ही तपस्या ने यूपीएससी की तैयारी करने के बारे में सोचा और वे यूपीएससी की पढ़ाई करने के लिए दिल्ली चली गई। दिल्ली में उन्होंने एक कोचिंग क्लास ज्वाइन किया और पूरी तरह से यूपीएससी की तैयारी करने में जुट गई।

कोचिंग क्लास लगाने के बावजूद भी अपने पहले प्रयास में तपस्या परिहार प्रारंभिक परीक्षा भी पास नहीं कर पाई जिसके बाद उन्होंने कोचिंग क्लास छोड़ने का फैसला किया और सेल्फ स्टडी करने का निर्णय किया। उन्होंने टॉपर्स की सलाह को ध्यान से सुना और उस हिसाब से अपनी पढ़ाई की रणनीति बनाई।

जिसका परिणाम यह हुआ कि अपने दूसरे प्रयास में तपस्या को 23 वी रैंक हासिल हुई। अपनी सफलता से तपस्या काफी खुश है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी तपस्या को उनकी इस सफलता के लिए शुभकामनाएं दी।

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